{content: रांची |रांची जिला संतमत सत्संग समिति के तत्वावधान में महर्षि मेंही आश्रम चुटिया में पांचवे दिन पक्ष ध्यान साधना शिविर में ऋषिकेश से पधारे स्वामी गंगाधर जी महाराज ने साधकों को गुरु भक्ति की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि जो भक्त या साधक ज्ञान पिपासु होते हैं, उनके के जीवन में गुरु विशेष स्थान रखता है। उनके लिए गुरु ही उत्तम तीर्थ हैं। गुरु ही ईश्वर का दूसरा रुप होता है। उन्होंने कहा कि मानव मानत्र को कोई भी विधा सीखने के लिए गुरु की आवश्यकता होती है। जिस प्रकार रास्ते पर पड़ा एक बेजान पत्थर कुशल मूर्तिकार के हाथों तराशे जाने पर देवतुल्य हो जाता है उसी तरह अज्ञानी मानव सदगुरु के श्री वचनों में शरणागत होकर जगत पूज्य हो जाते हैं। आश्रम के स्वामी संजीवानंद जी महाराज ने गुरु की महता पर अपने प्रवचन में कहा कि गुरु मानव कल्याण के वाहक होते है। इसलिए हर इंसान को चाहिए कि गुरु के मार्गदर्शन में अपने सांसारिक जीवन की यात्रा तय करें।
शिविर में झारखंड राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे साधक विगत पांच दिनों से यहां पक्ष साधना शिविर में ध्यान योग के साथ प्रतिदिन अलग अलग विषयों पर प्रवचन का आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today , title:Dainik Bhaskar, url: https://ift.tt/2xMLSBY , author: ns.support@dainikbhaskar.com (Bhaskar News Network) , feed_url: https://ift.tt/1PKwoAf, }
0 yorum:
Yorum Gönder