{content: 'पैंथियॉन-18' के सामाजिक विषय रिवाइवल ऑफ इंडियन आर्ट एंड कल्चर को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को बीआईटी मेसरा कैंपस में आर्ट वर्कशॉप हुआ। इस आर्ट वर्कशॉप का उद्देश्य परंपरागत कला, मुख्यतः सोहराई व कोहबर का नई पीढ़ी से परिचय कराना था। वर्कशॉप का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध कलाकार अलका इमाम रहीं, जिन्होंने अपने सहभागियों के संग प्रतिभागी छात्र- छात्राओं का मार्गदर्शन किया।
अलका इमाम कलाकार होने के साथ समाज सेविका हैं। झारखंड के आदिवासी बहुल इलाकों में महिलाओं द्वारा बनाई गईं कलाकृतियों का वह झारखंड क्राफ्ट एंड एसोसिएशन में उपयुक्त मूल्य दिलवाने का काम करती हैं। आर्ट वर्कशॉप में अलका इमाम व उनकी टीम ने छात्रों को हस्त-निर्मित कागज प्रदान किए। जिन पर नियमित रंग न होकर, विभिन्न रंगों की मिट्टी व पानी के मिश्रण से चित्रकारी की गई।
स्टूडेंट्स ने हस्त-निर्मित कागज पर विभिन्न रंगों की मिट्टी और पानी मिलाकर चित्रकारी की।
इंस्ट्रूमेंटल कंपीटिशन 'तरंग' की शुरुआत हुई
एनुअल म्यूजिक फेस्ट 'नाद' में कई इवेंट हुए। सर्रियल सिंफनी से इवेंट की शुरूआत हुई। इसमें 15 पार्टिसिपेंट्स ने वेस्टर्न सांग प्रस्तुत किया। इसके बाद इंस्ट्रूमेंटल कंपीटिशन 'तरंग' की शुरूआत हुई। इसमें प्रतिभागियों ने सिर्फ वाद्ययंत्रों से परफॉर्म किया। सिंथेसाइजर, वॉयलिन, सितार जैसे वाद्ययंत्रों की मधुर धुन ने श्रोताओं का मन मोह लिया। वहीं आईसी अरीना में कैरियोके आयोजित हुआ। इसमें गाने की धुन पर छात्रों को उसके बोल सुनाने थे। वहीं मेक अ जैम में स्टूडेंट्स ने गाने की बोल को अपनी धुन दी। टॉप परफॉर्मर्स को फिनाले में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
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