{content: राजधानी में ट्रांसपोर्ट सिस्टम बेहतर होने और शहर के अंदर बड़े वाहनों का प्रवेश बंद होने में कई वर्ष लगेंगे। रांची में प्रस्तावित इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) और ट्रांसपोर्ट नगर के लिए 10 साल बाद फिर जमीन की तलाश शुरू हो गई है। वर्ष 2007 में नगर विकास विभाग ने सुकरहुटू में ट्रांसपोर्ट नगर और नामकुम के सरवल में आईएसबीटी बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण का पैसा आरआरडीए को भेज दिया था। लेकिन, आज तक जमीन का अधिग्रहण नहीं हुआ। शुक्रवार को नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह सहित अन्य अफसर जमीन की तलाश में निकले। इस दौरान सुकुरहुट्टू, बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी और दुबलिया में चिन्हित जमीन देखी। मंत्री ने अधिकारियों को चिन्हित जमीन से संबंधित कागजात और नक्शा सहित पूरी रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया, ताकि आगे की प्रक्रिया शुरू हो सके।
सुकरहुटू, बीएयू और दुबलिया में संभावना तलाशने का दिया निर्देश
कांके में जमीन देखते नगर विकास मंत्री और अधिकारी।
ट्रांसपोर्ट नगर : दुबलिया में हो रही जमीन की तलाश
इसके बाद पूरी टीम करमटोली-बोरेया रोड में रिंग रोड के बाहर दुबलिया में चिन्हित जमीन को देखने पहुंची। यहां करीब 50 एकड़ परती जमीन है, जो गैर मजरूआ खाता की है। यहां रास्ता या अन्य किसी तरह की समस्या भी नहीं है। रिंग रोड से सटे होने की वजह से यहां ट्रांसपोर्ट नगर बनाने के लिए मंत्री ने अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया। हालांकि, जिला प्रशासन की नजर पहले से ही इस जमीन पर थी। लेकिन, कुछ कानूनी मामला फंसा होने की वजह से कभी भी इस जमीन को किसी सरकारी योजना के लिए चिन्हित नहीं किया गया था। जबकि, ट्रांसपोर्ट नगर बनाने के लिए यह जमीन सबसे उपयुक्त है।
नामकुम में अब नहीं बनेगा ट्रांसपोर्ट नगर या आईएसबीटी
कांके क्षेत्र में ही आईएसबीटी और ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन की तलाश तेज होने से साफ हो गया है कि अब नामकुम के सरवल में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर या आईएसबीटी नहीं बनेगा। जमीन अधिग्रहण में हो रही समस्या को देखते हुए वहां ट्रांसपोर्ट नगर बनाने का प्रस्ताव डंप कर गया है। सरवल में सबसे पहले आईएसबीटी बनाने की तैयारी थी। लेकिन, रिंग रोड का काम शुरू होने के बाद वहां ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की योजना तैयार की गई। कई बार जमीन अधिग्रहण के लिए रैयतों के साथ बैठक भी हुई। लेकिन, रैयतों ने जमीन देने से साफ इनकार कर दिया।
अब कहां बनने की संभावना
इंटर स्टेट बस टर्मिनल : बीएयू से 25 एकड़ जमीन लेने की तैयारी
मंत्री और अधिकारियों की टीम कांके के बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के पीछे स्थित खाली जमीन को देखने पहुंची। यहां कुल 25 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है, जहां आईएसबीटी बनाने का प्रस्ताव है। मंत्री ने जमीन से संबंधित नक्शा और कागजात पर रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया, ताकि जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू हो सके। संभावना है कि इंटर स्टेट बस टर्मिनल इसी स्थान पर बनेगा। क्योंकि, जमीन अधिग्रहण करने के बजाय एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से जमीन का हस्तांतरण कराना अधिक आसान है।
कांटा टोली बस टर्मिनल में भी संभावना की तलाश होगी : नगर विकास मंत्री अधिकारियों के साथ कांटा टोली बस टर्मिनल भी पहुंचे। टर्मिनल में स्थित जमीन को देखा और यहां पर भी इंटर स्टेट बस टर्मिनल बनाने की संभावना तलाश करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बस टर्मिनल के लिए कुल 14 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था। वर्तमान में कुछ हिस्से में ही बस टर्मिनल बना हुआ है। शेष जमीन खाली है। ऐसे में खाली जमीन का सर्वे कराकर एक रिपोर्ट तैयार करें, ताकि यहां पर बस टर्मिनल बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाया जा सके उन्होंने कहा कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर टर्मिनल बनाने के लिए कई पार्टी तैयार हो जाएंगे लेकिन जमीन की बाधा दूर करके उन्हें देना होगा।
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