रांची.प्रभा मिंज मुनि एनजीओ की आड़ में मानव तस्करी का धंधा कर रही थी। वह दिल्ली में संपूर्ण घरेलू कामगार सर्वेक्षण एवं उत्थान समिति नामक संस्था चलाती है। साथ ही ऑल इंडिया क्रिश्चियन माइनोरिटी संघ की वाइस प्रेसिडेंट भी बनी हुई थी। इन एनजीओ व संगठन के बूते दिल्ली में हर वर्ष 25 दिसंबर को एक मेला भी लगाती थी, जिसमें राजनीतिक दलों के नेता और बड़ी हस्तियां शामिल होते थे।
वास्तविकता है कि अपनी इस सफेदपोश गतिविधियों की आड़ में मानव तस्करी का काला कारोबार कर रही थी। यह दावा सिमडेगा एसपी संजीव कुमार ने किया।एसपी ने बताया कि प्रभा झारखंड के अलावा ओडिशा और छत्तीसगढ़ से लड़के-लड़कियों को बहला-फुसलाकर दिल्ली ले जाने और पैसा लेकर बड़े घरों में मजदूर की तरह काम पर रखवा देने की बातें सामने आई हैं।
जिस क्रिश्चियन माइनोरिटी संघ की उपाध्यक्ष प्रभा है, उसका अध्यक्ष फिलिप प्रिस्ट नामक शख्सस है। इस संघ की पुलिस जांच करेगी। प्रभा मूल रूप से जशपुर के डांडपानी की निवासी है। करीब 12 वर्ष पूर्व दिल्ली गई थी। वहां वेस्ट पंजाबी बाग में बड़ा फ्लैट है। निहाल विहार दिल्ली में अपना कार्यालय चलाती थी। यहीं प्रोडक्शन हाउस भी बना रखा था, जिसमें नागपुरी फिल्मी गीतों की शूटिंग भी होती थी।
पूछताछ के दौरान उग्र रही प्रभा, सवालों को टालती रही :चार दिनों तक हिरासत में रखने के बावजूद प्रभा से पुलिस उससे ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर कोई बड़ा खास राज नहीं उगलवा पाई। पुलिस के सवालों का जवाब देने के क्रम में प्रभा मुनि उग्र रही और सीधे रूप में कोई जवाब नहीं दिया।
प्रभा पर चार्जशीट दायर, अब री-ओपन किया जाएगा केस :2013 के जिस मामले में प्रभा मुनि पुलिस के हत्थे चढ़ी है, उस मामले में सिमडेगा पुलिस 2015 में ही अपनी चार्जशीट जमा कर चुकी है। एसपी संजीव कुमार ने कहा कि नए तथ्यों के सामने आने के बाद पुलिस ने कोर्ट से उक्त मामले को री-ओपन करने का आग्रह किया है।
कोर्ट के समक्ष तीन बच्चियों के बयान के बाद प्रभा पर जारी हुआ था वारंट :छह मई 2013 को एएचटीयू थाने में प्रभा मुनि और उसके पति रोहित मुनि के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। पुलिस ने भादवि की धारा 363, 370, 371, 372 और 379 के अलावा 23/26 जेके एक्ट, 14 चाइल्ड लेबर एक्ट और 5 आईपीसी एक्ट 1956 दर्ज किया था। इनमें अपहरण की शिकार तीन बच्चियों द्वारा कोर्ट में प्रभा और रोहित पर बहला-फुसलाकर दिल्ली ले जाने, काफी पैसा लेकर बड़ी कोठियों में काम करने के लिए सौंप देने का आरोप लगाया गया था।
बाल आयोग ने गोड्डा की पीड़िता की सुरक्षा के लिए देवघर डीसी-एसपी को लिखा पत्र :प्रभा मुनि के पति रोहित मुनि ने फरीदाबाद में गाेड्डा की जिस नाबालिग लड़की से दुष्कर्म किया और हत्या की कोशिश की, उसकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग ने देवघर डीसी और एसपी को पत्र लिखा है। आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने बताया कि पीड़िता की सुरक्षा, संरक्षण, पुनर्वास अहम मुद्दा है। इसलिए डीसी-एसपी को उनके परिजनों को सुरक्षा और सरकारी योजनाओं से जोड़कर सूचित करें।
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