धनबाद. बरवाअड्डा गैंगरेप की पीड़िता को नौकरी दिलाने के झांसा देकर उसका एक परिचित धनबाद लाया था। उसी परिचित ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर पंडुकी फुटबॉल मैदान में उसके साथ गैंगरेप किया। गैंगरेप से पीड़िता जब बेहोश हो गई, तब उन्हें पकड़े जाने का डर सताने लगा। वे नहीं पकड़े जाए, इसलिए उन्होंने पीड़िता को मारने की योजना बनाई। बेहोश पीड़िता को घसीट कर मैदान के दूसरे छोर ले गए। वहां पत्थरों से उसे कुचल दिया। उसे मरा समझ उन लोगों ने झांड़ी में फेंक दिया और वहां से फरार हो गए। मामले से जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही दरिंदगी की पूरी कहानी सामने आ गई।
धनबाद पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर और सभी 4 आरोपियों को 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के समक्ष आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। मामले में गिरफ्तार आरोपियों में परितोष पांडेय, प्रकाश हाजरा, गुड्डू कुमार और कुंदन हाजरा शामिल हैं। सभी बरवाअड्डा के ही रहने वाले हैं। एसएसपी मनोज रतन चोथे ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि परितोष रांची में एक मिठाई दुकान में काम करता है। वहीं उसकी मुलाकात पीड़िता से हुई थी। परितोष ही उसे नौकरी का झांसा देकर धनबाद लाया। यहां पहुंच उसने प्रकाश हाजरा, गुड्डू कुमार और कुंदन हाजरा के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने पीड़िता का गायब मोबाइल आरोपी परितोष के पास से बरामद किया है।
वारदात में शामिल आरोपियों ने गैंगरेप की साजिश पहले से ही रच रखी थी। वे अपने प्लान के अनुसार बढ़ते गए और पीड़िता उसमें फंसती चली गई। परितोष उसे रांची से बस से धनबाद लाया। बस स्टैंड से वह युवती को ऑटो से किसान चौक लाया। वहां से परितोष लड़की को पैदल ही लेकर पंडुकी पहुंचा। जहां पहले से उसके तीनों दोस्त शराब पार्टी कर रहे थे।
पीएमसीएच धनबाद में गुरुवार को पीड़िता का मेडिकल जांच किया गया। मेडिकल जांच में गैंगरेप की पुष्टि हुई है। पीड़िता को बेहतर इलाज की जरूरत है, जिसे देखते हुए उसे रांची रिम्स भेजा जाएगा। डीएसपी वन सरिता मुर्मू और बरवाअड्डा थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने 48 घंटे में मामले का खुलासा कर दिया। एसएसपी ने जांच टीम को रिवार्ड देने की घोषणा की है।
गैंगरेप की घटना का अनुसंधानकर्ता डीएसपी सरिता मुर्मू को बनाया गया है। पीड़िता के भाई के बयान पर बरवाअड्डा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 376 डी/ 307/ 120 बी व एसी एसटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले का स्पीडी ट्रायल चलेगा। वहीं, पीड़िता के आदिवासी होने के नाते प्रावधान के मुताबिक दो दिनों के अंदर 4 लाख मुआवजा दिया जाएगा। शेष 4.25 लाख चार्जशीट के बाद मिलेगा।रांची से निकलने से पहले परितोष ने फोन कर दोस्तों से कहा था...लेकर आ रहा हूं तैयार रहना
बरवाअड्डा गैंग रेपकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद जो दरिंदगी सामने आयी, उसने दिल दहला दिया। पुलिस के अनुसार हर आरोपी ने कांड में अपनी भूमिका बतायी। पुलिस के अनुसार परितोष जब युवती को लेकर रांची से धनबाद के लिए चला तो उसने दोस्तों को फोन कर कहा...लेकर आ रहे हैं तैयार रहना। परितोष के इस फोन के बाद उसके तीनों दोस्त प्रकाश, गुड्डू और कुंदन एक जगह मिले। उन्होंने पंडूकी फुटबॉल मैदान में ही शराब की व्यवस्था की। शाम से ही मैदान में शराब पार्टी शुरू हो गई थी। परितोष जब युवती को लेकर मैदान पहुंचा तो वे तीनों नशे में चूर हो गए थे। पुलिस ने बताया कि उनके इस बयान का सत्यापन घटना स्थल से भी हुअा। पुलिस को घटना स्थल से शराब के बोतल और ग्लास मिले थे। पुलिस ने बताया कि नशे में चारों ने पहले रेप की घटना को अंजाम दिया और फिर उसे मारने की कोशिश की। रेप के बाद किसी ने उसे पीटा तो किसी ने उसे घसीटा। किसी ने दांत तोड़ा तो किसी ने पत्थर से सिर कुचला। चारों ने मिलकर उसे झाड़ी में फेंका।
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1. परितोष
निवासी : पंडुकी पांडेय टोला
क्या करता है : रांची में मिठाई दुकान में काम करता है
आरोप : पुलिस इसे गैंगरेप का मास्टर माइंड बता रही है। पुलिस का कहना है कि परितोष ही लड़की को नौकरी देने का झांसा देकर धनबाद लाया। लड़की को दोस्तों को परोसा।2. प्रकाश हाजरा
निवासी : पंडुकी पांडेय टोला
क्या करता है : बेरोजगार
आरोप : पुलिस के अनुसार इसने रेप करने के बाद सबसे अधिक चोट पहुंचायी। पीड़िता के बेहोश होने के बाद उसे घसीटा। पत्थर से चेहरे पर वार दिया। जिससे पीड़िता के दांत टूट गए।3. गुड्डू कुमार
निवासी : पंडुकी पुरनाडीह
क्या करता है : गार्ड है
आरोप : इसने शराब पी और सबसे पहले रेप किया। जब उसके सारे दोस्तों ने बारी - बारी से रेप कर लिया तो उसने पीड़िता को मार डालने की बात कही। इसके कहने पर तीनों ने हमला किया।4. कुंदन हाजरा
निवासी : पंडुकी पुरनाडीह
क्या करता है : प्राइवेट बिजली मिस्री है
आरोप : इसने भी नशे में रेप किया। प्रकाश और गुड्डू के साथ मिलकर युवती को घसीटा। बाद में सिर पर पत्थर मारे। दोस्तों के साथ मिलकर उसे झाड़ी में फेंका। होश आने के बाद दर्द से कराह रही पीड़िता ने धनबाद पुलिस का धन्यवाद कहा। उसने पुलिस से कहा कि समय रहते उसे अस्पताल में भर्ती नहीं कराया होता तो उसकी मौत हो गई होती। वह अगर आज जिंदा है तो वह पुलिस की देन है। गैंगरेप का भेद पीड़िता का मोबाइल ने खोल दिया। पीड़िता के मोबाइल से परितोष का नंबर मिला। उसके बाद अन्य तीन आरोपियों से परितोष से बातचीत होने की पुष्टि हुई।
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