रांची. केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने राज्य के मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी को पत्र लिख कर सीटिजन सेंट्रिक पुलिस सर्विस मुहैया कराने पर जोर दिया है। उन्होंने जनता को पुलिस की बेहतर सेवा उपलब्ध कराने को लेकर क्राइम विक्टिमाइजेशन सर्वे समय पर पूरा कराने का भी सुझाव दिया है। कहा है कि एेसे सर्वेक्षण से औरतों और बच्चों की सुरक्षा के प्रति पुलिस की रिपोर्टिंग करने के साथ साथ संवेदनशीलता, शालीन व्यवहार और दूसरे संवेदनशील घटकों के साथ पुलिस के सिस्टम को सुधारा जा सकता है।
उन्होंने पत्र में कहा है कि दूसरे राज्यों में सरकार के स्तर से किए गए पहल से सकारात्मक परिणाम आया है लेकिन जनता को मिली पुलिस सेवा के सकारात्मक विश्लेषण से ही इसके वास्तविक प्रभाव और परिणाम की समीक्षा हो सकती है। केंद्रीय गृह सचिव ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा भी जनता के हित में पुलिस सेवा देने की दिशा में पहल करते हुई कई कदम उठाए गए हैं। पुलिस की जन उपयोगी सेवा पर्याप्त मैकेनिज्म की मॉनिटरिंग पर निर्भर है। लिखा है कि पुलिस को ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि लोग वैसे क्षेत्र में, जहां वे प्रत्यक्ष रूप से अपराध से प्रभावित न हों, वहां स्वेच्छा से पुलिस को साक्ष्य उपलब्ध कराएं। यह काम मुख्य रुप से सभ्य नागरिकों में विश्वास उत्पन्न करके किया जा सकता है। पुलिस के बारे में लोगों की सोच में बदलाव कर किया जा सकता है। इससे त्वरित गति से आपराधिक मामलों को निष्पादित किया जा सकता है।
केंद्रीय गृह सचिव ने कहा है कि केंद्र सरकार ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआर एंड डी) पहले से ही फर्स्ट पैन इंडिया क्राइम विक्टिमाइजेशन सर्वे करा रही है। इसके लिए नेशनल काउंसिल ऑफ अप्लाइड इकॉनोमिक रिसर्च का चयन करते हुए उसे नाै माह में काम पूरा करने को कहा गया है। यह सर्वे 173 जिले के 1.2 लाख हाउस होल्ड को नमूना के तौर पर कवर करेगा। सर्वे का मुख्य उद्देश्य जमीन स्तर पर अपराध की सूचना और उनकी रिकार्डिंग से संबंधित मूल्यांकन करना होगा। यह पुलिस से संबंधित लोगों की पुलिस के प्रति जनसाधारण की दृष्टि और धारणा, उनकी आकांक्षाओं और जरूरतों के समुचित समाधान में सहायक होगा। यह जनता के संतुष्टिकरण के स्तर को बढ़ाएगा। इन सर्वेक्षण के आधार पर आमूल चूल सुधार हो सकता है। पूर्व में दिल्ली पुलिस ने क्राइम विक्टिमाइजेशन सर्वे कराया है। इसके परिणाम व विश्लेषण के आधार पर पुलिस व्यवस्था में आश्चर्यजनक सुधार आया है।
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